Pakistan Military Weakness
Pakistan Military Weakness

Pakistan Military Weakness: पाकिस्तान एक बार फिर से अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में है, लेकिन इस बार वजह उसकी कोई धमकी या बयानबाज़ी नहीं, बल्कि उसकी खस्ता सैन्य तैयारी है। Pakistan Military Weakness मौजूदा हालात इतने गंभीर हैं कि पाकिस्तान की सेना के पास अब महज 4 दिन तक चलने लायक गोला-बारूद बचा है।

अब Pakistan Military Weakness कोई कागज़ी बहस नहीं रही, बल्कि एक ऐसी सच्चाई बन चुकी है जो दुश्मनों से ज़्यादा खुद पाकिस्तान के लोगों को चिंता में डाल रही है।

केवल 96 घंटे की युद्ध क्षमता!

 एक रिपोर्ट के अनुसार, यदि आज भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध छिड़ जाए, तो पाकिस्तान की सेना सिर्फ 96 घंटे यानी 4 दिन तक ही लड़ सकेगी। इसके बाद उसके पास न गोला-बारूद बचेगा, न ईंधन और न ही भोजन।

हथियार हैं, लेकिन बारूद नहीं 

पाकिस्तान के पास भले ही M109 हॉवित्ज़र और BM-21 जैसे आधुनिक रॉकेट लॉन्चर मौजूद हों, लेकिन इन घातक हथियारों को चलाने के लिए जरूरी गोला-बारूद अब लगभग खत्म हो चुका है। हालात ऐसे हैं कि नई SH-15 तोपें भी अब केवल दिखावे का ज़रिया बन गई हैं — मैदान में उतरने की नहीं, सिर्फ तस्वीरों में चमकने की काबिल रह गई हैं।

तेल और राशन में कटौती

बदतर होती आर्थिक स्थिति का असर अब सेना पर साफ दिख रहा है। पाकिस्तान को अपनी सेना का तेल और राशन तक घटाना पड़ा है। कई सैन्य अभ्यास रद्द कर दिए गए हैं क्योंकि वाहनों में डालने के लिए पेट्रोल-डीजल तक उपलब्ध नहीं।

भारत से तुलना में साफ फासला 

जहां एक तरफ पाकिस्तान सिर्फ 4 दिन की लड़ाई लड़ने की स्थिति में है, वहीं भारत के पास 1000+ T-90 टैंक, T-72 और अर्जुन टैंक हैं। भारत की वायुसेना और नौसेना की स्थिति भी कहीं ज्यादा मजबूत है। भारत का रक्षा बजट और रणनीतिक तैयारी पाकिस्तान से कई गुना आगे हैं।

विदेशी मुद्रा और आर्थिक संकट

Pakistan Military Weakness के चलते पाकिस्तान की विदेशी मुद्रा भंडार खत्म होने के कगार पर है। IMF और चीन जैसे देशों से लगातार आर्थिक सहायता की गुहार अब उसकी कमजोरी को और उजागर कर रही है। यह सिर्फ आर्थिक संकट नहीं, बल्कि एक सुरक्षा संकट भी बन चुका है।

चीन से उम्मीदें, लेकिन नतीजे अनिश्चित!

Pakistan Military Weakness के चलते हाल ही में पाकिस्तान ने चीन से 40 नए VT-4 टैंकों की खरीद का सौदा किया है, जिससे उसकी टैंक फोर्स की संख्या अब लगभग 350 हो गई है। लेकिन रक्षा विशेषज्ञों की मानें तो ये टैंक भारत की उन्नत ज़मीनी शक्ति के सामने कुछ खास असर नहीं छोड़ते। भारत के पास पहले से ही आधुनिक T-90, शक्तिशाली T-72 और देश में विकसित अर्जुन टैंक जैसे दमदार विकल्प मौजूद हैं। ये टैंक तकनीकी तौर पर कहीं ज्यादा सक्षम और विश्वसनीय माने जाते हैं। ऐसे में पाकिस्तान की ये नई खेप भी उसकी सैन्य ताकत में कोई बड़ा बदलाव नहीं ला पाएगी, खासकर जब तुलना भारत जैसे मजबूत और तैयार पड़ोसी से हो।

Pakistan Military Weakness अब पर्दे से बाहर आ चुकी है। जो देश अब तक केवल धमकियों और दिखावों के सहारे खुद को मजबूत दिखाने की कोशिश करता रहा, वह आज किसी असली युद्ध की नौबत में खुद को पूरी तरह कमजोर और लाचार महसूस कर रहा है।

यह भी पढ़ें: Bharat and Pakistan के बीच युद्ध हुआ तो सिर्फ 4 दिन में बैठ जाएगा पाकिस्तान का दम!

एक नजर: Asim Munir Net Worth: कंगाल पाकिस्तान के आर्मी चीफ की कितनी है नेटवर्थ, जानें कितना अमीर है आसिम?