(Virat Kohli Retirement) भारतीय क्रिकेट के चमकते सितारे विराट कोहली ने आज टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। 14 वर्षों के इस शानदार सफर में उन्होंने 123 टेस्ट मैच खेले, 9,230 रन बनाए, 30 शतक और 7 दोहरे शतक हासिल किए।
कोहली ने 2014 से 2022 तक भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी की, जिसमें उन्होंने 68 मैचों में से 40 में जीत दर्ज की। उनकी कप्तानी में भारत ने 2021 और 2023 में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल तक का सफर तय किया। उनकी आक्रामकता और फिटनेस के प्रति समर्पण ने भारतीय टीम को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
Virat Kohli Retirement: एक भावुक विदाई
विराट कोहली ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, “टेस्ट क्रिकेट से विदा लेना आसान नहीं है, लेकिन यह सही लगता है।” उन्होंने इस फॉर्मेट को अपने करियर का सबसे व्यक्तिगत और चुनौतीपूर्ण हिस्सा बताया, जिसने उन्हें न केवल एक खिलाड़ी बल्कि एक इंसान के रूप में भी परिपक्व किया। उनकी यह घोषणा रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के कुछ ही दिनों बाद आई, जिससे भारतीय क्रिकेट में एक युग का अंत हो गया।
कोहली का यह निर्णय (Virat Kohli Retirement) ऐसे समय में आया जब भारत को इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है। उनकी अनुपस्थिति में टीम की कप्तानी और बल्लेबाजी क्रम में बदलाव की संभावना है।
बीसीसीआई और Virat Kohli Retirement
हालांकि कोहली के संन्यास को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही हैं, लेकिन रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने बीसीसीआई को पहले ही अपने फैसले से अवगत करा दिया था। कुछ सूत्रों का कहना है कि बीसीसीआई ने उन्हें टीम में उनकी जगह को लेकर स्पष्ट कर दिया था, जिससे कोहली ने संन्यास का निर्णय लिया। हालांकि, बीसीसीआई ने इस पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है।
कोहली के संन्यास की खबर ने क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है। दिग्गज खिलाड़ियों और प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर उन्हें शुभकामनाएं दीं और उनके योगदान को सराहा। उनकी अनुपस्थिति में भारतीय टेस्ट टीम को नए नेतृत्व और अनुभव की जरूरत होगी।
विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ा मोड़ है। उनकी उपलब्धियां और समर्पण आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत रहेंगे। अब देखना होगा कि भारतीय टीम इस बदलाव के साथ कैसे आगे बढ़ती है।