operation keller

जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले के केलर इलाके में मंगलवार को भारतीय सेना ने “ऑपरेशन केलर” (Operation Keller) के तहत तीन लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) के आतंकियों को ढेर कर दिया। सेना ने यह कार्रवाई एक विशेष खुफिया सूचना के आधार पर की।

Operation Keller: सेना की सटीक कार्रवाई में आतंकियों का खात्मा

सेना की ओर से जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, 13 मई 2025 को राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट को शोपियां के शोकल केलर क्षेत्र में आतंकियों की मौजूदगी की पक्की सूचना मिली थी। इसके बाद सेना ने तत्काल ‘सर्च एंड डिस्ट्रॉय ऑपरेशन’ शुरू किया, जो कई घंटों तक चला।

ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया और आतंकियों को आत्मसमर्पण का मौका भी दिया गया, लेकिन उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में तीन आतंकी मारे गए। सेना ने घटनास्थल से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया है।

Operatin Keller: सीज़फायर के बाद भी पाकिस्तान की हरकतें जारी

Operation Keller ऐसे समय में हुआ है जब भारत और पाकिस्तान ने कुछ दिन पहले ही संघर्ष विराम (ceasefire) पर सहमति जताई थी। दोनों देशों के बीच 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद तनाव चरम पर पहुंच गया था। उस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। इसके जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाकर पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित कई आतंकी ठिकानों को नष्ट किया था।

इसके बाद पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई के रूप में जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात में ड्रोन हमले किए। हालांकि भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने इन हमलों को सफलतापूर्वक नाकाम किया। भारत की कड़ी चेतावनी और सैन्य दबाव के बाद दोनों देशों ने 10 मई को युद्धविराम की घोषणा की थी। लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान ने कुछ घंटों के अंदर ही सीज़फायर का उल्लंघन कर दिया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि पाकिस्तान की मंशा अब भी शांति की नहीं है।

“आतंक अब युद्ध के समान”, भारत की नई रणनीति

भारत सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि अब किसी भी आतंकी हमले को सीधा युद्ध माना जाएगा। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, “अब भारत की भूमि पर होने वाला कोई भी आतंकी हमला देश के खिलाफ युद्ध की कार्रवाई मानी जाएगी और इसका जवाब उसी स्तर पर दिया जाएगा।” यह बयान भारत की नई रणनीतिक नीति की झलक देता है जिसमें अब पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हाल ही में अपने भाषण में कहा था कि “ऑपरेशन सिंदूर” भारत की आतंक के खिलाफ नीति में एक नया अध्याय है और इससे यह संदेश गया है कि भारत अब किसी भी आतंकवादी हरकत पर चुप नहीं बैठेगा। “ऑपरेशन केलर” उसी नीति का हिस्सा है, जहां सुरक्षा बलों ने खुफिया जानकारी पर तुरंत और निर्णायक कार्रवाई करते हुए तीन खूंखार आतंकियों को ढेर किया।

Operation Keller न केवल आतंक के खिलाफ भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि भारतीय सेना हर चुनौती के लिए तैयार है। ऐसे सटीक ऑपरेशन पाकिस्तान को यह समझाने के लिए काफी हैं कि भारत अब सिर्फ चेतावनी नहीं, निर्णायक कार्रवाई में विश्वास रखता है। शोपियां में इस ऑपरेशन से यह संदेश गया है कि आतंकवाद के लिए भारत में कोई जगह नहीं है और देश की सुरक्षा सर्वोपरि है।

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