Google Chrome V/S Perplexity AI Comet: आजकल हर कोई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की बात कर रहा है। इसी बीच एक नया नाम तेजी से उभर रहा है – Perplexity AI। यह एक अमेरिकी स्टार्टअप है जो एक अलग तरह का AI-सर्च इंजन बना रहा है। यह सर्च इंजन यूज़र्स को सीधे, साफ और सही जवाब देता है, वो भी भरोसेमंद सोर्स के साथ।
Perplexity का मकसद सिर्फ जवाब देना नहीं, बल्कि यूज़र के सवाल को समझकर सही जवाब देना है। यही वजह है कि अब इसे Google Chrome जैसे बड़े ब्राउज़र्स को टक्कर देने की तैयारी में देखा जा रहा है।
Perplexity ‘Comet’ ब्राउज़र: Google Chrome को मिलेगी सीधी चुनौती
Perplexity ने अब अपना खुद का वेब ब्राउज़र लॉन्च करने का प्लान बनाया है, जिसका नाम है ‘Comet’। यह ब्राउज़र पूरी तरह से AI पर आधारित होगा और इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यूज़र को न सिर्फ तेज, बल्कि ज़्यादा समझदारी भरा सर्च अनुभव मिले।
‘Comet’ की खास बात ये है कि इसमें आप सवाल पूछेंगे, तो आपको सिर्फ लिंक नहीं मिलेंगे, बल्कि सीधा जवाब मिलेगा – वो भी छोटे में और सोर्स के साथ। जैसे अगर आप पूछें, “भारत में सबसे ऊंचा पर्वत कौन-सा है?”, तो आपको सिर्फ वेबसाइट लिंक नहीं, बल्कि “कंचनजंघा (8,586 मीटर)” जैसे सीधा जवाब मिलेगा।
Google Chrome अब तक का सबसे लोकप्रिय ब्राउज़र रहा है, लेकिन Comet का AI टच इसे एक दमदार चुनौती बना सकता है।
Perplexity: 14 बिलियन डॉलर की कंपनी और बड़े-बड़े इन्वेस्टर्स
Perplexity AI को अब तक बड़े निवेशकों से ज़बरदस्त सपोर्ट मिल रहा है। हाल ही में इस कंपनी की वैल्यू 14 अरब डॉलर तक पहुंच गई है। इसमें Amazon के फाउंडर Jeff Bezos, ग्राफिक्स चिप कंपनी Nvidia, और वेंचर कैपिटल फर्म Accel जैसी बड़ी कंपनियों ने निवेश किया है।
इस फंडिंग से Perplexity अब अपने नए प्रोजेक्ट ‘Comet’ को फाइनल टच दे रही है। कंपनी का सपना है कि लोग सिर्फ Google या Safari पर भरोसा न करें, बल्कि Perplexity के स्मार्ट ब्राउज़र का भी इस्तेमाल करें।
क्या Google को होनी चाहिए चिंता?
इसमें कोई शक नहीं कि Google Chrome इस वक्त मार्केट में सबसे आगे है। लेकिन टेक्नोलॉजी की दुनिया में कोई भी खिलाड़ी हमेशा के लिए नंबर-1 नहीं रह सकता। अगर Perplexity का ‘Comet’ ब्राउज़र वाकई में उतना तेज, स्मार्ट और आसान साबित होता है, तो यूज़र्स का ध्यान खींच सकता है।
AI की ताकत को देखते हुए, Comet Google Chrome के लिए सिरदर्द बन सकता है। आने वाले समय में ये देखना दिलचस्प होगा कि क्या Perplexity सिर्फ चर्चा तक सीमित रहेगा या वाकई क्रांति लाएगा।
Perplexity का ‘Comet’ ब्राउज़र एक नया, स्मार्ट और AI-पावर्ड विकल्प बनकर उभर रहा है। Google Chrome को पीछे छोड़ना आसान नहीं, लेकिन अगर कोई कंपनी ऐसा कर सकती है, तो वो शायद Perplexity ही है।
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