muscle pain
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फिटनेस की दुनिया में कदम रखते ही मांसपेशियों में दर्द यानी muscle pain एक आम समस्या बन जाती है। खासतौर पर जब आप नई एक्सरसाइज शुरू करते हैं या लंबे समय बाद दोबारा वर्कआउट करते हैं, तो यह दर्द और भी ज्यादा महसूस होता है। लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह दर्द मांसपेशियों के विकास का संकेत भी हो सकता है। आइए, जानते हैं कि muscle pain क्यों होता है और इससे राहत पाने के लिए क्या-क्या उपाय किए जा सकते हैं।

muscle pain: क्यों होता है और कब तक रहता है?

मेरठ के कंसल्टेंट ऑर्थोपैडिक्स डॉक्टर आजाद खान बताते हैं कि जब हम वर्कआउट करते हैं, खासकर स्ट्रेंथ ट्रेनिंग या भारी एक्सरसाइज, तो मांसपेशियों के अंदर छोटे-छोटे फाइबर टूटते हैं। शरीर इन्हें रिपेयर करता है और इसी प्रक्रिया में हल्का दर्द महसूस होता है। यह दर्द आमतौर पर एक्सरसाइज के 12 से 24 घंटे बाद शुरू होता है और 48 से 72 घंटे तक रह सकता है। यह एक सामान्य प्रक्रिया है और मांसपेशियों के मजबूत होने की निशानी भी है।

muscle pain से राहत पाने के लिए अपनाएं ये उपाय

  1. वॉर्म-अप और कूल-डाउन: वर्कआउट से पहले अच्छे से वॉर्म-अप करें और बाद में कूल-डाउन और स्ट्रेचिंग जरूर करें। यह मांसपेशियों को तैयार करता है और दर्द की संभावना को कम करता है।
  2. धीरे-धीरे बढ़ाएं वर्कआउट की तीव्रता: एकदम से भारी एक्सरसाइज न करें। धीरे-धीरे वर्कआउट की स्पीड और इंटेंसिटी बढ़ाएं।
  3. हाइड्रेशन: खूब पानी पिएं ताकि शरीर थका हुआ महसूस न करे और मांसपेशियों को पर्याप्त हाइड्रेशन मिले।
  4. संतुलित आहार: प्रोटीन से भरपूर संतुलित आहार लें, जिससे मांसपेशियों को रिकवरी में मदद मिले।
  5. पर्याप्त आराम और नींद: वर्कआउट के बाद पर्याप्त आराम करें और नींद लें, क्योंकि मसल्स रिकवरी रात में बेहतर तरीके से होती है।
  6. आइस पैक और मसाज: अगर दर्द बहुत ज्यादा हो तो आइस पैक लगाएं या हल्की मसाज करें। गर्म पानी से नहाना भी दर्द से आराम दिला सकता है।
  7. पेनकिलर का सीमित उपयोग: पेनकिलर दवाओं का उपयोग डॉक्टर की सलाह से और जरूरत पड़ने पर ही करें।
  8. डॉक्टर से परामर्श: अगर दर्द कई दिनों तक बना रहे या सूजन आ जाए, तो तुरंत एक्सपर्ट से इसके बारे में सलाह लें।

muscle pain को समझें और सही तरीके से निपटें

muscle pain को नजरअंदाज करना या उससे डरना नहीं चाहिए। यह शरीर की एक सामान्य प्रतिक्रिया है जो मांसपेशियों के विकास और मजबूती की ओर संकेत करती है। अगर आप ऊपर बताए गए उपायों को अपनाते हैं, तो न केवल दर्द से राहत पा सकते हैं, बल्कि अपने फिटनेस गोल्स को भी आसानी से हासिल कर सकते हैं।

याद रखें, फिटनेस एक यात्रा है, न कि एक गंतव्य। इस यात्रा में धैर्य, समर्पण और सही जानकारी के साथ आगे बढ़ें, तो muscle pain जैसी छोटी-मोटी समस्याएं भी आपको रोक नहीं पाएंगी।

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