₹6.76 ट्रिलियन जमा! किसकी है ये SBI BANK, आखिर कौन है 'देश की तिजोरी' का मालिक

SBI BANK: वैसे तो भारत में कई BANK  है लेकिन जहां सबसे पुराने बैंक की बात आती है तो SBI BANK का नाम ही सामने आता है जिस बैंक की शुरुआत आजादी से पहले हुई थी। कई बार जिसकी पहचान बदली गई जिसका नाम कई बार रखा गया इतना ही नहीं भारत के पैसे बैंक के माध्यम से भारतीयों के ही खिलाफ इस्तेमाल किए गए। आज ऐसा बैंक SBI देश का सबसे बड़ा बैंक है। भारत भर के 50 करोड़ लोगों का खाता State Bank of India में है यही कारण है कि इस देश की तिजोरी कहा जाता है।

इस वजह से रखा गया बैंक का नाम SBI BANK

बैंक के नाम की बात की जाए तो स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया ?(SBI BANK) का नाम कई बार बदल गया। साल 1809 में अंग्रेजों ने इस बैंक का नाम बदलकर बैंक ऑफ बंगाल कर दिया था, जिसकी धीरे-धीरे करके कई शाखाएं खुलने लगी। बाद में इस SBI BANK का कार्यभार इंग्लैंड की महारानी के हाथों में आ गया। अंग्रेजों द्वारा साल 1840 में इसका नाम फिर से बदल गया और यह बैंक ऑफ़ बॉम्बे के नाम से जाने जाना लगा। इतना ही नहीं, 1847 मे एसबीआई का नाम बैंक ऑफ़ मद्रास 1921 में इन तीनों बैंकों को मिलाकर इंपीरियल बैंक आफ इंडिया के नाम से शुरू किया गया।

फिर आजादी के ठीक बाद साल 1955 में इसका नाम इंपीरियल बैंक आफ इंडिया से बदलकर स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया कर दिया गया। वही इस बैंक का कोई भी मालिक नहीं है क्योंकि यह सरकारी बैंक है और सरकार ही इसके सभी कामों की देखरेख करती है।

रिचर्ड बैलेस्ली ने की थी इस बैंक की शुरुआत

बैंक की शुरुआत की बात की जाए तो 1798 में रिचर्ड बैलेंस ली जो की ईस्ट इंडिया कंपनी के गवर्नर बने थे। उन्होंने आते ही मैसूर पर हमला कर टीपू सुल्तान को हराया। इसके बाद दूसरे अंग्रेजों और मराठा की युद्ध की शुरुआत हो गई थी। इस काल में अंग्रेजों को मदद के लिए पैसा पहुंचाने के लिए बैंकिंग सिस्टम चालू किया गया था। इसमें भारत का ही पैसा इंग्लैंड के लोग भारतीयों के खिलाफ ही इस्तेमाल कर रहे थे। साल 1806 में अंग्रेजों ने फंडिंग इंस्टिट्यूट का नाम बैंक ऑफ़ कोलकाता रख दिया।

यह थी देश का सबसे बड़ा बैंक बनने की वजह

मौजूदा समय में State Bank of India के कस्टमर के आंकड़े 50 करोड़ से भी आगे पहुंच चुके हैं। विदेशी ही नहीं, गांव में भी इसकी कई ब्रांच का उद्घाटन किया जा चुका है। स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया की शाखाएं देश ही नहीं, विदेशों तक भी फैली हुई है। यह बैंक देश के वित्तीय ढांचे में रीड की हड्डी का भूमिका निभाता है। बैंक लोन के माध्यम से देश की इकोनॉमी में काफी सहायता करता है। यही कारण है कि यह देश का सबसे बड़ा बैंक है।

100 साल पुराने खाते में जमा है धनराशि

जैसा कि हमने बताया SBI BANK में देश भर के 50 करोड़ लोगों के खाते हैं ऐसे में स्टेट SBI BANK की नई दिल्ली में ब्रांच 100 साल से पुराना हो चुका है। भारत ही नहीं पाकिस्तान के भी कई नेताओं ने इसमें अपने खाते खुलवाए थे जो कि आज भी यानी की 100 साल बाद भी बैंक में सुरक्षित है। 4 जनवरी 1926 को रायसिना रोड ब्रांच की शुरुआत हुई थी। यह ब्रांच दिल्ली से सर्कल में लगभग कारोबारी को 14% का समर्थन देती है।

भारत का सबसे बड़ा बैंक State Bank of India जिसकी भारतीय बैंकिंग सिस्टम में 23% की का योगदान है। वही कल लोन और जमा राशि बाजार में 25% तक का योगदान है। इतना ही नहीं, आज तक यह बैंक भारत की इकोनॉमी को मजबूत बने हुए हैं। देश के कई प्रतिशत लेनदेन और इन्वेस्टमेंट इसी खाते द्वारा किए जाते हैं।

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