सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन CBSE Result 2025 की घोषणा आज होगी। बोर्ड के अनुसार, कक्षा 10वीं और 12वीं के नतीजे 12 मई 2025 को घोषित होने की पूरी संभावना है। बोर्ड ने यह तो साफ नहीं किया है कि परिणाम किस समय जारी होगा, लेकिन बीते वर्षों के ट्रेंड को देखा जाए तो परिणाम दोपहर 12 बजे के आसपास जारी किए जा सकते हैं।
छात्रों को सलाह दी गई है कि वे लगातार आधिकारिक वेबसाइट cbseresults.nic.in और cbse.gov.in पर नजर रखें। एक बार रिजल्ट घोषित हो जाने के बाद, रोल नंबर, डेट ऑफ बर्थ और एडमिट कार्ड आईडी डालकर परिणाम देखा जा सकता है।
ऑनलाइन ही नहीं, बिना इंटरनेट भी जानिए CBSE Result 2025
इस बार CBSE ने छात्रों की सुविधा के लिए रिजल्ट जानने के नए तरीके भी शुरू किए हैं। यदि आपके पास इंटरनेट नहीं है, तब भी आप अपने पास या फेल का स्टेटस जान सकते हैं।
- SMS सेवा: छात्र एक निर्धारित फॉर्मेट में मैसेज भेजकर पास/फेल की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। रिजल्ट जारी होते ही ये सर्विस एक्टिव हो जाएगी।
- IVRS कॉलिंग सेवा: CBSE ने एक नई वॉयस कॉल सुविधा भी शुरू की है, जिसमें छात्र टोल-फ्री नंबर पर कॉल करके अपना स्टेटस जान सकते हैं। दिल्ली के छात्र 24300699 और अन्य राज्यों के छात्र 011-24300699 पर कॉल कर सकते हैं।
- UMANG और DigiLocker ऐप: डिजिलॉकर ऐप और उमंग ऐप के जरिए छात्र अपनी डिजिटल मार्कशीट, पासिंग सर्टिफिकेट और माइग्रेशन सर्टिफिकेट डाउनलोड कर सकते हैं।
CBSE Result 2025 में ग्रेडिंग सिस्टम, ग्रेस मार्क्स और स्कोरकार्ड की नई सुविधा
इस बार बोर्ड ने ‘रिलेटिव ग्रेडिंग सिस्टम’ को अपनाया है। इसका मतलब है कि छात्रों के अंकों की तुलना क्लास के अन्य छात्रों से की जाएगी और उसी आधार पर ग्रेड्स दिए जाएंगे। इससे छात्रों पर सीधे मार्क्स को लेकर दबाव कम होगा।
अगर कोई छात्र किसी एक विषय में पासिंग मार्क्स से 1 या 2 अंक कम लाता है, तो बोर्ड ग्रेस मार्क्स देकर छात्र को पास कर सकता है। यह नियम छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है।
बोर्ड रिजल्ट के साथ-साथ स्कोरकार्ड, सब्जेक्ट-वाइज मार्क्स, और ओवरऑल ग्रेड की जानकारी भी उपलब्ध कराएगा।
छात्रों और अभिभावकों को सुझाव है कि वे केवल CBSE की आधिकारिक वेबसाइट्स या सरकारी मोबाइल ऐप्स का ही उपयोग करें। किसी भी अफवाह या अनधिकृत वेबसाइट पर भरोसा न करें। CBSE Result 2025 को लेकर देशभर में उत्सुकता है, और इस बार बोर्ड ने टेक्नोलॉजी का बेहतर उपयोग करके रिजल्ट को अधिक सुलभ और पारदर्शी बनाने की कोशिश की है।