India: भारत में एक बार फिर covid 19 मामलों में तेजी देखी जा रही है। 31 मई 2025 तक सक्रिय मामलों की संख्या 3,758 तक पहुँच चुकी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, इस अचानक वृद्धि का प्रमुख कारण दो नए वेरिएंट्स NB.1.8.1 और LF.7 हैं। ये वेरिएंट्स अधिक संक्रामक माने जा रहे हैं और पहले से मौजूद प्रतिरक्षा को चकमा देने में सक्षम हैं। हालांकि अधिकांश मामलों में लक्षण हल्के हैं और मरीज होम आइसोलेशन में ठीक हो रहे हैं। सरकार और स्वास्थ्य विभाग लोगों से सतर्क रहने, मास्क पहनने और आवश्यक सावधानियाँ अपनाने की अपील कर रहे हैं।
केरल में सबसे अधिक सक्रिय मामले
केरल इस समय covid 19 मामलों में सबसे अधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है, जहाँ सक्रिय मामलों की संख्या 1,400 से अधिक हो चुकी है। इसके बाद महाराष्ट्र में 485 और दिल्ली में 436 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं। गुजरात में 287, कर्नाटक में 200 और उत्तर प्रदेश में 149 एक्टिव केस हैं। राहत की बात यह है कि इनमें से अधिकांश मरीजों में लक्षण बेहद हल्के हैं, जिनका इलाज होम आइसोलेशन में किया जा रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि सतर्कता और समय पर जांच से स्थिति पर काबू पाया जा सकता है।
covid 19 नए वेरिएंट्स और उनकी विशेषताएँ
NB.1.8.1 और LF.7 वेरिएंट्स को अत्यधिक संक्रामक माना जा रहा है, लेकिन राहत की बात यह है कि ये गंभीर बीमारी का कारण नहीं बन रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ये नए वेरिएंट्स हमारी पहले से बनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को कुछ हद तक प्रभावित कर सकते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। फिर भी, अब तक सामने आए अधिकतर मामलों में मरीजों को केवल हल्के लक्षणों का सामना करना पड़ा है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ी है। इससे साफ है कि फिलहाल स्थिति चिंताजनक नहीं है, लेकिन सतर्क रहना जरूरी है।
सावधानी और सतर्कता की आवश्यकता
covid 19 स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से घबराने के बजाय सतर्कता बरतने की सलाह दी है। खासकर बुजुर्गों और पहले से किसी बीमारी से ग्रस्त व्यक्तियों को अधिक सावधानी रखने की जरूरत बताई गई है। मंत्रालय ने सुझाव दिया है कि मास्क का उपयोग करें, नियमित रूप से हाथ धोएं और भीड़भाड़ वाली जगहों से दूरी बनाकर रखें। इसके साथ ही, covid 19 के किसी भी संभावित लक्षण जैसे बुखार, खांसी या थकान महसूस होने पर तुरंत जांच करवाना और डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है। समय रहते सावधानी बरतना ही सुरक्षित रहने का सबसे अच्छा तरीका है।
फिलहाल देश में covid 19 के मामलों में धीरे-धीरे बढ़ोतरी हो रही है, लेकिन राहत की बात यह है कि ज़्यादातर मरीजों में गंभीर लक्षण देखने को नहीं मिल रहे हैं। यदि हम सभी ज़रूरी एहतियात बरतें और सतर्क रहें, तो इस स्थिति को आसानी से नियंत्रण में रखा जा सकता है। साफ-सफाई, मास्क का उपयोग और भीड़भाड़ से बचाव जैसे उपायों को अपनाकर संक्रमण के फैलाव को रोका जा सकता है। जागरूकता और जिम्मेदारी ही इस चुनौती से निपटने का सबसे असरदार तरीका है।
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