भारत में COVID-19 के मामलों में एक बार फिर तेजी देखी जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 4,302 हो गई है। पिछले 24 घंटों में 276 नए केस दर्ज किए गए हैं और सात लोगों की मौत हुई है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में नए मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, संक्रमण के पीछे नए वेरिएंट्स जैसे JN.1 और NB.1.8.1 जिम्मेदार हो सकते हैं। लोगों को सतर्क रहने और कोरोना से बचाव के सभी नियमों का पालन करने की सलाह दी गई है।
दिल्ली, यूपी और पश्चिम बंगाल में तेजी से बढ़ रहे हैं मामले
COVID-19 के मामलों में सबसे अधिक वृद्धि दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में देखी गई है। दिल्ली में 64, उत्तर प्रदेश में 63 और पश्चिम बंगाल में 60 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा, केरल में 35, गुजरात में 461, कर्नाटक में 324, महाराष्ट्र में 510, तमिलनाडु में 216 और पश्चिम बंगाल में 432 सक्रिय मामले हैं।
नए वेरिएंट्स और लक्षणों पर विशेषज्ञों की चेतावनी
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, वर्तमान में COVID-19 के मामलों में वृद्धि के पीछे चार वेरिएंट्स—LF.7, XFG, JN.1 और NB.1.8.1—का हाथ है। विशेष रूप से NB.1.8.1 एक नया उपवेरिएंट है, जो हाल ही में देश में पाया गया है।
लक्षणों की बात करें तो बुखार, खांसी, सांस लेने में कठिनाई और थकान जैसे लक्षण COVID-19 के संकेत हो सकते हैं। हालांकि, ये लक्षण मौसमी बीमारियों के कारण भी हो सकते हैं, इसलिए सही पहचान और समय पर जांच आवश्यक है।
सतर्कता और सावधानी ही बचाव का उपाय
COVID-19 के चलते स्वास्थ्य अधिकारियों ने जनता से अपील की है कि वे भीड़भाड़ वाले स्थानों से बचें, मास्क पहनें और नियमित रूप से हाथ धोते रहें। विशेष रूप से बुजुर्गों और पहले से बीमारियों से ग्रसित लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। इसके अलावा, किसी भी प्रकार के लक्षण महसूस होने पर तुरंत चिकित्सकीय सलाह लें।
देशभर में स्वास्थ्य विभाग स्थिति पर नजर बनाए हुए है और आवश्यक कदम उठा रहा है। जनता से भी अपेक्षा की जा रही है कि वे जिम्मेदारी से व्यवहार करें और COVID-19 के प्रसार को रोकने में सहयोग करें।
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