DGMO Meeting
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DGMO Meeting: 12 मई 2025 को भारत और पाकिस्तान के सैन्य अधिकारियों के बीच डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स) स्तर की बातचीत हुई। इस बैठक का उद्देश्य हाल ही में दोनों देशों के बीच हुए संघर्ष के बाद सीमा पर शांति बहाल करना था। बातचीत के दौरान दोनों पक्षों ने सीज़फायर के उल्लंघन और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के उपायों पर चर्चा की। यह बैठक पहले दोपहर 12 बजे निर्धारित थी, लेकिन बाद में इसे शाम तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

ऑपरेशन सिंदूर और सीमा तनाव पर DGMO Meeting

हाल ही में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए। इन हमलों में 100 से अधिक आतंकवादियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है, जिनमें पुलवामा हमले और IC-814 अपहरण कांड से जुड़े आतंकवादी भी शामिल हैं। इन कार्रवाइयों के बाद सीमा पर तनाव बढ़ गया था, जिसे कम करने के लिए सीज़फायर की घोषणा की गई थी।

भारतीय सेना के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि वर्तमान स्थिति ‘युद्ध जैसी’ है, और उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि भारत अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा।

DGMO Meeting और आगे की रणनीति: बातचीत से समाधान की ओर

10 मई को भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ के बीच हुई बातचीत में दोनों देशों ने शाम 5 बजे से सभी सैन्य कार्रवाइयों को रोकने पर सहमति जताई थी। हालांकि, भारत ने पाकिस्तान पर सीज़फायर के उल्लंघन का आरोप लगाया, जबकि पाकिस्तान ने इन आरोपों से इनकार किया।

12 मई को हुई DGMO Meeting में दोनों पक्षों ने सीमा पर शांति बनाए रखने और भविष्य में किसी भी तरह की सैन्य कार्रवाई से बचने के उपायों पर चर्चा की। इस बैठक के बाद भारत ने 32 बंद किए गए हवाई अड्डों को फिर से खोल दिया, जिससे सामान्य स्थिति की ओर कदम बढ़ाया गया।

DGMO Meeting भारत और पाकिस्तान के बीच विश्वास बहाली और सीमा पर शांति स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हालांकि, दोनों देशों के बीच स्थायी शांति के लिए निरंतर संवाद और विश्वास की आवश्यकता है। आशा है कि यह बातचीत भविष्य में दोनों देशों के बीच बेहतर संबंधों की नींव रखेगी।