Dubai Airshow Tragedy एक ऐसी ट्रेजेडी जिसके बारे में शायद ही कभी किसी ने सोचा है, Air Show के दौरान फाइटर प्लेन का क्रैश होना, इसकी कल्पना भी किसी ने नहीं की थी। विंग कमांडर नामांश तो अपने पिताजी से कह कर आए थे कि यूट्यूब पर उनका लाइव शो आएगा लेकिन उनके पिता को भला कहां पता था कि यूट्यूब पर वो अपने बेटे की लाइव मौत देखेंगे। Tejas fighter jet crash Dubai airshow news वाकई में काफी दुखद है। बहादुरी से करतब दिखा रहे विंग कमांडर नामांश स्याल की मौत अचानक ही हुई, लेकिन अगर वो चाहते तो बचा सकते हैं थे अपनी जान आइए जानते हैं कैसे?
Dubai Airshow Tragedy से बच सकते थे नामांश
हाल ही में दुबई एयर शो में तेजस विमान दुर्घटना (Tejas Plane Crash) में शहीद हुए नामांस स्याल अगर चाहते थे अपनी जान बचा सकते थे लेकिन अंतिम समय में उन्होंने अपनी जान से ज्यादा अपने कर्तव्य को प्राथमिकता दी और Dubai Airshow Tragedy का शिकार हुए। आपको बता दे एक पायलट के रूप में उनके पास इजेक्ट का विकल्प मौजूद था लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया क्योंकि अगर वो ऐसा करते तो उनकी जान के बदले बहुत सी जाने जा सकती थी, इसलिए उन्होंने आबादी वाले सार्वजनिक क्षेत्र से अपने विमान को दूर ले जाना ही बेहतर समझा, जिससे दूसरों की जान बच सके। इसमें उनकी जान चली गई। देखिए कैसे हुआ ये हादसा (Tejas crash video dubai air show)-
पार्थिव शरीर के इंतजार में है परिवार
आपको बता दे तेजस क्रेश (Tejas Crash) का शिकार हुए नामांश स्याल (Wing Commander Namansh Syal) का परिवार उनके पार्थिव शरीर का इंतजार कर रहा है 34 साल के नामांश स्याल प्रदेश के कांगड़ा जिले के रहने वाले हैं। उनकी पत्नी भी एक पायलट हैं, इस हादसे ने एक हंसते खेलते परिवार की खुशियों को खत्म कर दिया। नामांश स्याल के पिता गगन कुमार एक रिटायर्ड प्रिंसिपल है और उनकी मां बीना देवी और एक बहन है, जिन्हें अब आउनके परिवार का अहम हिस्सा कभी नहीं दिखेगा।
पल भर में छूट गया 16 साल का साथ
नामांश और अफसाना अपने साथ में मिलाकर देखा था आसमान की ऊंचाइयों को छूने का सपना। दोनों ने ही अपने देश की रक्षा करने की कसम एक साथ खाई थी। 16 साल से शादीशुदा जिंदगी एक पल में बर्बाद हो गई। अफसाना जानती है की कॉकपिट में बैठने का मतलब होता है कि आप मौत से कुछ ही फासलो की दूरी पर हो, लेकिन उन्हें गर्व है अपने पति पर जिन्होंने अपनी जान के बदले बहुत से लोगों की जान बचाई। वहीं दूसरी तरफ उनका खालीपन शायद ही कभी भर पाएगा। आपको बता दें इस दंपति की 7 साल की मासूम सी बेटी है जिसे ठीक से ये भी नहीं पता कि उनके पिता अब कभी नहीं लौटेंगे।
