G20 Summit 2025: अफ्रीका में आयोजित होने वाले g20 शिखर सम्मेलन(G20 Summit 2025) में हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी भी पहुंचे। अपने भाषण के दौरान उन्होंने तीन बड़ी चुनौतियो के बारे में बात की जो हर देश के लिए मुसीबत बन गई है। इतना ही नहीं सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री की तरफ से ड्रुग टेरर नेक्सस जैसी चुनौती पर वैश्विक कार्यवाही की अपील की गई। आइए जानते हैं पूरी डिटेल्स:
G20 Summit 2025 में PM Modi के भाषण के प्रमुख बिंदु
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फेंटानिल जैसे अत्यंत घातक सिंथेटिक ड्रग्स के तेजी से फैलाव पर अपनी चिंता व्यक्त की, उनके अनुसार नेक्सस का मुकाबला करना बहुत जरूरी है, ये समस्या सामाजिक स्थिरता, सार्वजनिक स्वास्थ्य और वैश्विक सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा बन चुकी है।
G20 Summit 2025 के तहत प्रधानमंत्री मोदी ने कहा वैश्विक सुरक्षा के लिए जरूरी है: ड्रग तस्करी नेटवर्क को तोड़ना, अवैध वित्तीय प्रवाह पर रोक लगाना, आतंकवाद के लिए प्रमुख फंडिंग स्रोत को कमजोर किया जाना और प्रशासनिक वित्तीय और सुरक्षा उपकरणों को एकीकृत करना।
G20 की पहल
G20 Summit 2025 के तहत प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि अफ्रीका के तेजी से विकास में अफ्रीका स्किल्स मल्टीप्लायर का प्रस्ताव काफी सहायक हो सकता है। इस पहल को Train the trainers मॉडल पर आधारित किया जाएगा। PM Modi ने जी20 में भाग लेने वाले सभी साझेदार साथ मिलकर वित्तपोषण और सहयोग की मांग की।
इस प्रस्ताव का लक्ष्य है कि आने वाले 10 वर्षों में अफ्रीका के अंतर्गत 10 लाख प्रमाणित ट्रेनर्स तैयार हो सके, जो आगे चलकर देश के करोड़ों युवाओं को ट्रेनिंग दे पाए।
Global Traditional Knowledge Repository का प्रस्ताव
PM मोदी के अनुसार दुनिया के में कई समुदाय ऐसे हैं जो आज भी सांस्कृतिक रूप से समृद्ध, पर्यावरण संतुलित और सामाजिक रूप से समाजस्यपूर्ण जीवन पद्धतियों की सुरक्षा किए हुए हैं, इसके तहत प्रधानमंत्री मोदी ने G20 Summit 2025 में ग्लोबल ट्रेडिशनल नॉलेज रिपोजिटरी का प्रस्ताव रखा। इस पहल की मजबूत नींव बन सकती है हमारे देश का इंडियन नॉलेज सिस्टम, जिसमें पारंपरिक ज्ञान, टिकाऊ प्रथाएं और जीवन शैली का दस्तावेजीकरण हो सकता है।
G20 Summit 2025, पहले दिन की थीम
जोहांसबर्ग में होने वाले G-20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन की थीम थी “एकजुटता, समानता और स्थिरता”। शुरुआत में ही हर देश के नेता ने संयुक्त घोषणा पत्र को मंजूरी दी। हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार की शाम G20 के तीन दिवसीय g20 शिखर सम्मेलन के दौरे पर जोहांसबर्ग पहुंच गए थे। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति श्री रामाफ़ोसा ने प्रधानमंत्री मोदी का धूमधाम से स्वागत किया। प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से दिए गए प्रस्ताव का स्वागत बहुत ही गर्म जोशी से किया गया, इस दौरान मोदी मलोनी की कैमिस्ट्री देखने लायक थी।
G20 Summit 2025 का पहला सत्र
G20 Summit 2025 का पहला सत्र “समावेशी और सतत आर्थिक विकास किसी को पीछे ना छोड़ना” विषय पर था, जिस पर प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से विस्तृत संबोधन दिया गया। उनके अनुसार अफ्रीका महाद्वीप पहली बार जी-20 की मेजबानी कर रहा है और ये बहुत ही अहम मौका है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि “जी-20 ने कई दशकों से दुनिया के हर देश की फाइनेंस और आर्थिक विकास की दिशा को निर्धारित किया है लेकिन अभी तक जितने भी विकास के पैमाने बने गए उन्होंने एक बड़ी आबादी को संसाधनों से दूर रखा और प्रकृति के दोहन को जरूरत से ज्यादा बढ़ाया, जिसका सबसे बड़ा नुकसान अफ्रीका को हुआ क्योंकि पहली बार अफ्रीका जी20 की मेजबानी कर रहा है तो ये सही समय है कि फिर से विकास मापने के तरीकों को सोचा जाए।” उन्होंने प्रस्ताव दिया कि इस दिशा में भारत का “पुरातन मूल्य विशेषकर एकात्म मानववाद का सिद्धांत” आगे एक सही दिशा दिखा सकता है।
