भारत सरकार ने चीन के सरकारी मीडिया संगठन Global Times और Xinhua News Agency के X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट्स को 14 मई 2025 को ब्लॉक कर दिया। यह फैसला तब लिया गया जब इन मीडिया संस्थानों ने भारत के खिलाफ गलत सूचनाएं फैलाईं, खासतौर पर ‘Operation Sindoor’ के बाद की घटनाओं को तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत किया।
चीन की ‘Global Times’ पर फेक न्यूज फैलाने का आरोप
Global Times ने हाल ही में एक पोस्ट में दावा किया था कि पाकिस्तान ने भारत के S-400 डिफेंस सिस्टम और कई लड़ाकू विमानों को नष्ट कर दिया है, जबकि भारत सरकार और रक्षा मंत्रालय ने इन खबरों को पूरी तरह गलत और मनगढ़ंत बताया।
भारतीय दूतावास ने इस दावे को नकारते हुए इसे ‘जानबूझकर किया गया गलत प्रचार’ बताया जो कि भारत की छवि को धूमिल करने का प्रयास है। इन दावों को न केवल भ्रामक बल्कि राष्ट्र की सुरक्षा के लिए खतरा माना गया, जिससे भारत को यह कठोर कदम उठाना पड़ा।
भारत की साइबर नीति में Global Times के लिए कोई नरमी नहीं
भारत सरकार अब डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर गलत सूचना को लेकर ज्यादा सख्त हो गई है। Global Times और Xinhua जैसे विदेशी राज्य-नियंत्रित मीडिया अकाउंट्स पर रोक लगाकर भारत ने यह साफ संदेश दे दिया है कि अगर कोई भारत के खिलाफ गलत जानकारी फैलाएगा, तो उसके खिलाफ कार्रवाई तय है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, “इन मीडिया संस्थानों द्वारा फैलाया गया प्रचार पाकिस्तान और चीन के पक्ष में था और भारत के रक्षा तंत्र और सैन्य प्रतिष्ठानों को लेकर गंभीर भ्रांतियाँ फैला रहा था।”
इस निर्णय से यह भी स्पष्ट हो गया है कि भारत अब सोशल मीडिया पर हो रहे विदेशी हस्तक्षेप और डिजिटल युद्ध के प्रति पूरी तरह सचेत और तैयार है। भारत की यह नीति अब “सहिष्णुता नहीं, सटीक कार्रवाई” की ओर बढ़ रही है।
सोशल मीडिया पर बढ़ रही है निगरानी और जवाबदेही
यह घटना तब सामने आई जब कुछ दिन पहले भारत सरकार ने X (ट्विटर) को 8,000 से अधिक अकाउंट्स को ब्लॉक करने का आदेश दिया था। इन अकाउंट्स में कुछ विदेशी मीडिया संस्थानों के नाम भी शामिल थे, जो भारत विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने में संलिप्त पाए गए।
भारत की साइबर एजेंसियाँ और गृह मंत्रालय लगातार ऐसे सोशल मीडिया अकाउंट्स की निगरानी कर रहे हैं जो गलत सूचना, आतंकवाद के समर्थन, या देशद्रोही सामग्री फैला रहे हैं। सरकार के अनुसार, यह कदम देश की आंतरिक सुरक्षा और डिजिटल संप्रभुता की रक्षा के लिए उठाए जा रहे हैं।
भारत का साफ संदेश — झूठी खबरें नहीं सहेंगे
Global Times जैसे प्रभावशाली मीडिया संस्थानों के खिलाफ उठाया गया यह कदम भारत की बदलती रणनीति को दर्शाता है। अब भारत न केवल सीमाओं पर बल्कि डिजिटल सीमाओं पर भी सख्त पहरा देना चाहता है।
इस फैसले से यह साफ हो गया है कि गलत सूचनाओं को फैलाना भारत की नजर में अब ‘मीडिया की स्वतंत्रता’ नहीं बल्कि एक रणनीतिक हमला माना जाएगा। और इसका जवाब भी उतना ही सख्त और स्पष्ट होगा।
यह भी पढ़ें: Arunachal Pradesh पर चीन के नाम बदलने की कोशिश को भारत ने बताया ‘निरर्थक और हास्यास्पद’