Operation Sindoor
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Operation Sindoor: भारत ने ‘Operation Sindoor’ के तहत आतंकवाद के खिलाफ एक सशक्त सैन्य कार्रवाई के बाद अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को उजागर करने के लिए एक व्यापक कूटनीतिक अभियान शुरू किया है। इस पहल के तहत, विभिन्न राजनीतिक दलों के सांसदों और वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में बहु-पक्षीय प्रतिनिधिमंडल 32 देशों की यात्रा करेंगे, जिसमें अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, यूएई, अफ्रीका और दक्षिण-पूर्व एशिया शामिल हैं।

Operation Sindoor: वैश्विक समर्थन के लिए भारत की रणनीतिक पहल

इस कूटनीतिक अभियान का मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत की स्थिति को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समक्ष स्पष्ट करना है। प्रत्येक प्रतिनिधिमंडल संबंधित देशों को पाकिस्तान की आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्तता के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेगा, जिसमें देश-विशिष्ट डोजियर शामिल होंगे।

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रतिनिधिमंडलों को संबोधित करते हुए कहा, “भारत शांति के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन वह अपने क्षेत्र में किसी भी आतंकवादी हमले को बर्दाश्त नहीं करेगा और ‘नए सामान्य’ के हिस्से के रूप में जवाब देगा।”

प्रमुख देशों में प्रतिनिधिमंडलों की तैनाती! Operation Sindoor

इस अभियान के तहत, विभिन्न राजनीतिक दलों के सांसदों के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल विश्व के प्रमुख देशों की यात्रा करेंगे। उदाहरण के लिए, शिवसेना के सांसद श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल यूएई, लाइबेरिया, कांगो और सिएरा लियोन की यात्रा करेगा, जिसमें भाजपा सांसद बंसुरी स्वराज और मानन कुमार मिश्रा, पूर्व भाजपा सांसद एसएस आहलूवालिया, बीजेडी सांसद सस्मित पात्रा, आईयूएमएल सांसद ईटी मोहम्मद बशीर और राजदूत सुजन चिनॉय शामिल हैं।

इसके अतिरिक्त, कांग्रेस नेता शशि थरूर, सुप्रिया सुले, कनिमोझी और रविशंकर प्रसाद जैसे प्रमुख नेता अमेरिका, यूरोपीय संघ, जापान और अन्य देशों की यात्रा करेंगे।

आतंकवाद के खिलाफ भारत की नई नीति

Operation Sindoor के तहत भारत ने 7 मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर सटीक सैन्य हमले किए। इन हमलों में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकवादी संगठनों के ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिससे कई आतंकवादी और उनके शीर्ष कमांडर मारे गए।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय सशस्त्र बलों की इस कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने ‘कुशल सर्जनों’ की तरह ऑपरेशन को अंजाम दिया, जिससे नागरिक क्षेत्रों को नुकसान नहीं पहुंचा।

विपक्ष की प्रतिक्रिया और सरकार का रुख

कांग्रेस पार्टी ने इस कूटनीतिक अभियान को ‘पीआर अभ्यास’ और ध्यान भटकाने का प्रयास बताते हुए आलोचना की है। हालांकि, सरकार का कहना है कि यह पहल राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में है और इसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत की स्थिति से अवगत कराना है।

Operation Sindoor के तहत भारत ने आतंकवाद के खिलाफ न केवल सैन्य बल्कि कूटनीतिक मोर्चे पर भी एक मजबूत संदेश दिया है। यह पहल भारत की नई रणनीति का हिस्सा है, जिसमें आतंकवाद के खिलाफ सख्त और निर्णायक कदम उठाए जा रहे हैं। इस कूटनीतिक अभियान के माध्यम से भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह स्पष्ट कर दिया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ कोई समझौता नहीं करेगा और अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा।

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