Pahalgam: पिछले कुछ समय से जम्मू-कश्मीर का खूबसूरत इलाका Pahalgam एक बार फिर सुर्खियों में है। 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद इस स्वर्ग समान पर्यटन स्थल पर एक अजीब सा सन्नाटा पसरा हुआ था। हालाँकि अब धीरे-धीरे हालात सामान्य होते दिख रहे हैं।
सुरक्षा बलों की तैनाती के बीच पर्यटकों ने फिर से इस जगह की ओर रुख करना शुरू कर दिया है, जो एक सकारात्मक संकेत है,हमले के तुरंत बाद Pahalgam की गलियाँ सुनसान हो गई थीं। जहाँ सामान्य दिनों में हर रोज 3,000 से 5,000 पर्यटक आते थे, वहां हमले के बाद सिर्फ सुरक्षा बल और स्थानीय निवासी नजर आ रहे थे। मगर अब सप्ताहांत में कुछ पर्यटक वापस लौटते नजर आए हैं, जिससे इलाके में थोड़ी बहुत चहल-पहल दिखने लगी है।
हालांकि अभी भी पहले जैसी भीड़-भाड़ का माहौल नहीं है, लेकिन होटल व्यवसायी, गाइड और टूर ऑपरेटर फिर से आशा से भर गए हैं। उन्होंने पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए डिस्काउंट ऑफर्स और स्पेशल पैकेज देना शुरू कर दिया है।
होटल और स्थानीय व्यापार पर प्रभाव!
Pahalgam में पर्यटन उद्योग कई परिवारों के जीवनयापन का मुख्य साधन है। आतंकी घटना के बाद स्थानीय होटलों, गेस्ट हाउसों और दुकानों पर काफी असर पड़ा। बुकिंग्स रद्द हो गईं और होटल खाली हो गए। लेकिन अब होटल मालिक स्पेशल ऑफर्स और अतिरिक्त सुविधाओं के जरिए पर्यटकों को लुभाने का प्रयास कर रहे हैं। कई होटलों ने ‘सेफ्टी गारंटी’ स्कीम भी शुरू की है, जिसमें पर्यटकों को यह भरोसा दिया जा रहा है कि उनकी सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होगी।
Pahalgam: प्राकृतिक सौंदर्य अभी भी बरकरार
भले ही हालात कुछ समय के लिए बिगड़े हों, लेकिन Pahalgam का प्राकृतिक सौंदर्य आज भी वैसा ही मंत्रमुग्ध कर देने वाला है। लिद्दर नदी के किनारे बसा यह छोटा सा कस्बा अपने हरे-भरे घास के मैदानों, घने जंगलों और बर्फ से ढंकी चोटियों के लिए प्रसिद्ध है।
बेसारन घाटी (Baisaran Meadow), जिसे “मिनी स्विट्जरलैंड” भी कहा जाता है, अब भी उतनी ही आकर्षक है। पर्यटक यहां घुड़सवारी करते हुए बर्फ से ढके मैदानों में घूम सकते हैं। इसके अलावा आर्वा वैली, बेता वैली और चंदनवारी जैसे स्थान भी पर्यटकों के लिए खुले हैं।
सरकार और प्रशासन की पहल
सरकार ने भी पर्यटन को बढ़ावा देने और लोगों के बीच भरोसा बहाल करने के लिए कई कदम उठाए हैं। सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है और पर्यटन स्थलों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। स्थानीय प्रशासन लगातार यह संदेश दे रहा है कि Pahalgam पूरी तरह से सुरक्षित है और पर्यटक बिना किसी भय के यहां आ सकते हैं।
पर्यटकों का उत्साह
जो पर्यटक हाल ही में Pahalgam पहुंचे हैं, उनका कहना है कि यहाँ की खूबसूरती और शांति पहले जैसी ही है। उनका अनुभव यह बता रहा है कि सुरक्षा व्यवस्था काफी सख्त है और प्रशासन पूरी मुस्तैदी से काम कर रहा है। सेल्फी प्वाइंट्स, होटल्स और प्रमुख टूरिस्ट स्पॉट्स पर फिर से हलचल शुरू हो गई है।
Pahalgam आतंक की काली छाया से उबरने की ओर बढ़ रहा है। यहां के स्थानीय लोग, प्रशासन और पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोग एक नई उम्मीद के साथ आगे बढ़ रहे हैं। आने वाले दिनों में यदि पर्यटक फिर से उसी भरोसे के साथ यहां लौटते हैं, तो यह इलाका एक बार फिर अपने पुराने सुनहरे दिनों को देख सकेगा। Pahalgam सिर्फ एक पर्यटन स्थल नहीं है, यह कश्मीर की रूह है — और इसकी खूबसूरती और जज्बा किसी भी मुश्किल से हारने वाला नहीं है।