प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब स्थित आदमपुर एयरबेस (Adampur Air base) का दौरा किया और वहां तैनात बहादुर वायु सैनिकों और जवानों से मुलाकात की। यह दौरा उस समय हुआ जब भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिन की जबरदस्त सीमा पार कार्रवाई के बाद संघर्षविराम (ceasefire) की घोषणा हुई है।
Adampur Air Base पहुंचकर पीएम मोदी ने सैनिकों से की मुलाकात
पीएम मोदी ने एक्स पर तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, “आज सुबह AFS आदमपुर गया और हमारे साहसी वायु योद्धाओं और जवानों से मुलाकात की। यह एक विशेष अनुभव था। जो लोग साहस, दृढ़ संकल्प और निर्भयता का प्रतीक हैं, उनके साथ समय बिताना गर्व की बात है। देश इन वीरों का सदैव ऋणी रहेगा।”
Earlier this morning, I went to AFS Adampur and met our brave air warriors and soldiers. It was a very special experience to be with those who epitomise courage, determination and fearlessness. India is eternally grateful to our armed forces for everything they do for our nation. pic.twitter.com/RYwfBfTrV2
— Narendra Modi (@narendramodi) May 13, 2025
यह दौरा केवल एक औपचारिक यात्रा नहीं थी, बल्कि यह भारत की वायुसेना के मनोबल को ऊंचा उठाने का एक स्पष्ट संदेश था, खासकर तब जब हाल ही में पाकिस्तानी हमलों से देश का ध्यान आदमपुर जैसे रणनीतिक ठिकानों पर केंद्रित हुआ।
Adampur Air base पर हुआ था हमला, पाकिस्तान के दावे खारिज
आदमपुर एयरबेस उन एयरफोर्स स्टेशनों में से एक था, जिन्हें पाकिस्तान ने 9 और 10 मई की रात को निशाना बनाने की कोशिश की थी। यह हमला भारत के “ऑपरेशन सिंदूर” के जवाब में किया गया था, जिसमें भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया था।
पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसने JF-17 फाइटर जेट्स से हाइपरसोनिक मिसाइल दागकर आदमपुर में भारत की S-400 एयर डिफेंस प्रणाली को तबाह कर दिया है। हालांकि, भारत के अधिकारियों ने इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया और इसे “झूठा प्रचार” करार दिया।
भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने पाकिस्तान की ओर से दागे गए ड्रोन और मिसाइलों को सफलतापूर्वक इंटरसेप्ट कर लिया था, जिससे नागरिक इलाकों में नुकसान होने से बचाव हुआ।
ऑपरेशन सिंदूर से बदली रणनीति, Adampur Air Base की भूमिका अहम
“ऑपरेशन सिंदूर” के तहत भारत ने 7 मई को आतंकवादी संगठनों — लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और हिजबुल मुजाहिदीन — के कई प्रशिक्षण शिविरों को निशाना बनाया था। इन हमलों में 100 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “ऑपरेशन सिंदूर भारत की आतंकवाद के खिलाफ रणनीति में एक निर्णायक बदलाव है। अब भारत की नीति साफ है — हमला होगा तो जवाब भी हमारी शर्तों पर ही मिलेगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद को समर्थन देने वाले देशों और उनके मास्टरमाइंड में कोई फर्क नहीं किया जाएगा। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी सेना के वरिष्ठ अधिकारी मारे गए आतंकियों के जनाजे में शामिल हुए, जिससे साफ है कि पाकिस्तान में आतंकवाद को राज्य स्तर पर समर्थन प्राप्त है।
आदमपुर एयरबेस (Adampur Air base) सिर्फ एक सैन्य ठिकाना नहीं, बल्कि भारत की सैन्य शक्ति और रणनीतिक सोच का प्रतीक बन चुका है। पीएम मोदी का दौरा न केवल सैनिकों का हौसला बढ़ाने वाला था, बल्कि यह दुनिया को यह दिखाने का भी संकेत था कि भारत अब आतंक के खिलाफ पहले से कहीं ज्यादा मजबूत और संगठित है।
आदमपुर जैसे एयरबेस भविष्य में भारत की रक्षा नीति में और अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, और देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार रहेंगे।
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