3 जून 2025 को Yes Bank के शेयरों में अचानक भारी गिरावट देखने को मिली। बीएसई और एनएसई पर लगभग 150 करोड़ शेयरों का लेन-देन हुआ, जिससे बाजार में हड़कंप मच गया। इतनी बड़ी मात्रा में शेयरों की खरीद-फरोख्त के चलते शेयर की कीमत में करीब 10% की गिरावट दर्ज की गई। यह गिरावट निवेशकों के लिए चिंता का कारण बनी हुई है क्योंकि इसका सीधा असर उनके रिटर्न पर पड़ा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट ब्लॉक डील्स और आगामी फंडरेजिंग योजनाओं की अटकलों के चलते हुई है, जिससे बाजार में अस्थिरता बनी हुई है।
ब्लॉक डील्स के चलते शेयरों में गिरावट
मंगलवार को Yes Bank के शेयरों में भारी गिरावट का मुख्य कारण ब्लॉक डील्स रहा, जिसमें बैंक की कुल इक्विटी का लगभग 3% हिस्सा बदला गया। इस दौरान शेयर की कीमत ₹23.27 से गिरकर ₹21.05 तक पहुंच गई। इस गिरावट के चलते बैंक का मार्केट कैप ₹66,000 करोड़ तक सिमट गया, जिससे पिछले सप्ताह की सभी बढ़त मिट गई।
फंडरेजिंग मीटिंग से पहले बाजार में हलचल
Yes Bank की आगामी फंडरेजिंग मीटिंग से पहले बाजार में कई तरह की अफवाहें और अटकलें फैल गईं, जिससे निवेशकों के बीच असमंजस की स्थिति बन गई। इन अटकलों का असर सीधे तौर पर शेयर बाजार पर पड़ा और निवेशकों ने बड़ी मात्रा में शेयरों की बिक्री शुरू कर दी। परिणामस्वरूप, यस बैंक के शेयरों में लगभग 10% की तेज गिरावट देखी गई। हालांकि बैंक ने इन अफवाहों को खारिज करते हुए स्पष्टीकरण जारी किया है, लेकिन बाजार में बनी अनिश्चितता और अस्थिरता अब भी निवेशकों को परेशान कर रही है। सभी की नजर अब बैंक की अगली रणनीति पर टिकी है।
निवेशकों के लिए क्या है आगे की राह?
हालांकि Yes Bank ने हाल ही में अपने वित्तीय प्रदर्शन में सुधार दिखाया है, लेकिन वर्तमान में शेयरों में आई गिरावट निवेशकों के लिए सतर्कता का संकेत है। विशेषज्ञों का मानना है कि निवेशकों को इस समय सावधानी बरतनी चाहिए और बैंक की आगामी रणनीतियों और बाजार की स्थिति पर नजर रखनी चाहिए।
Yes Bank के शेयरों में आई हालिया गिरावट निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है। बाजार की अनिश्चितता और आगामी फंडरेजिंग योजनाओं को ध्यान में रखते हुए, निवेशकों को सोच-समझकर निर्णय लेना चाहिए और बैंक की भविष्य की रणनीतियों पर नजर बनाए रखनी चाहिए।
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