वैभव सूर्यवंशी (Vaibhav Suryavanshi) ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ शतक लगाकर आईपीएल 2025 में सबका ध्यान खींचा था, लेकिन इसके बाद के मैचों में उनका प्रदर्शन गिरता चला गया। मुंबई इंडियंस और कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ शुरुआती विकेट गंवाने के बाद अब उनके प्रदर्शन पर सवाल उठने लगे हैं।
गुजरात टाइटंस के खिलाफ ऐतिहासिक शतक
वैभव सूर्यवंशी (Vaibhav Suryavanshi) ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ 209 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए विस्फोटक अंदाज़ में शतक लगाया। इस पारी में उन्होंने मात्र 38 गेंदों में विपक्षी गेंदबाज़ों की जमकर धुनाई की और राजस्थान रॉयल्स को एक यादगार जीत दिलाई। वह आईपीएल के इतिहास में सबसे युवा शतकवीर बन गए। यह पारी उनकी प्रतिभा और आत्मविश्वास का प्रमाण थी, जिसने क्रिकेट जगत में उनकी पहचान को मजबूती दी।
मुंबई इंडियंस के सामने निराशाजनक प्रदर्शन
गुजरात के खिलाफ धमाकेदार पारी के बाद वैभव सूर्यवंशी (Vaibhav Suryavanshi) अगले ही मैच में मुंबई इंडियंस के खिलाफ दो गेंदों पर शून्य पर आउट हो गए। यह तेज़ बदलाव उनके लिए बड़ा झटका था। मुंबई की गेंदबाज़ी ने उन्हें कोई मौका नहीं दिया और वह शुरुआत में ही पवेलियन लौट गए। यह दिखाता है कि आईपीएल जैसे टूर्नामेंट में दबाव और अपेक्षाएं किस तरह युवा खिलाड़ियों को प्रभावित कर सकती हैं।
कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ फिर निराशा
कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ 4 मई 2025 को खेले गए मुकाबले में वैभव सूर्यवंशी (Vaibhav Suryavanshi) ने एक बार फिर निराश किया। उन्होंने पहली गेंद पर चौका मारा लेकिन दूसरी ही गेंद पर शॉर्ट बॉल को गलत टाइम कर बैठे और अजिंक्य रहाणे के हाथों कैच आउट हो गए। लगातार दूसरी बार शुरुआती विकेट के रूप में आउट होना, उनके लिए आत्मविश्वास की कमी और तकनीकी खामियों की ओर इशारा करता है।
क्यों लड़खड़ा रहे हैं Vaibhav Suryavanshi
वैभव सूर्यवंशी (Vaibhav Suryavanshi) के हालिया असफलताओं के पीछे कई कारण हो सकते हैं। एक तो विरोधी टीमें अब उन्हें रणनीतिक रूप से टारगेट कर रही हैं, क्योंकि वे अब एक खतरनाक बल्लेबाज़ के रूप में देखे जा रहे हैं। मुंबई और कोलकाता दोनों ने उनकी कमजोरी तेज़ शॉर्ट बॉल पर वार किया। साथ ही, शतक के बाद उन्हें लगातार अच्छा प्रदर्शन करने का मानसिक दबाव भी झेलना पड़ रहा है। ये परिस्थितियाँ किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए चुनौतीपूर्ण होती हैं।
आगे क्या रहेगा Vaibhav Suryavanshi के लिए
हालांकि हालिया मुकाबलों में वैभव सूर्यवंशी (Vaibhav Suryavanshi) का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है, लेकिन उनका भविष्य उज्ज्वल है। राजस्थान रॉयल्स और उनके प्रशंसकों को अभी भी उन पर पूरा भरोसा है। उन्हें बस अपनी गलतियों से सीखने, मानसिक रूप से मजबूत बनने और अपनी तकनीक पर काम करने की ज़रूरत है। यदि वह इन चुनौतियों को पार कर लेते हैं, तो वैभव सूर्यवंशी एक बार फिर मैदान पर जलवा बिखेर सकते हैं।
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