Google Safety Update: आज के डिजिटल युग में इंटरनेट जहां एक ओर ज्ञान और मनोरंजन का सशक्त माध्यम बन गया है, वहीं दूसरी ओर यह बच्चों और किशोरों के लिए एक चुनौतीपूर्ण स्थान भी बन चुका है। इसी को ध्यान में रखते हुए Google ने एक नया और बेहद जरूरी Google Safety Update जारी किया है। इस अपडेट के तहत अब इंटरनेट पर दिखाई देने वाली अश्लील और आपत्तिजनक तस्वीरें ऑटोमेटिकली ब्लर हो जाएंगी। यह बदलाव न सिर्फ तकनीकी दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज में डिजिटल सुरक्षा को एक नया आयाम भी देता है।
क्या है यह नया Google Update?
Google का यह नया अपडेट विशेष रूप से SafeSearch फीचर को मजबूत करता है। अब जब भी कोई यूजर Google पर कोई इमेज सर्च करता है, और यदि उस इमेज में नग्नता या आपत्तिजनक कंटेंट होता है, तो Google उसे अपने आप धुंधला (Blur) कर देगा।
यह फीचर डिफ़ॉल्ट रूप से ऑन रहेगा, खासकर बच्चों, किशोरों और फैमिली यूजर्स के अकाउंट्स में। हालांकि यदि कोई बालिग यूजर चाहे तो इसे बंद भी कर सकता है, लेकिन उसके लिए अपनी उम्र और पहचान को वेरिफाई करना अनिवार्य होगा।
Google Safety Update से किन्हें होगा सबसे अधिक लाभ?
- छात्र और बच्चे:
बच्चे जब स्कूल प्रोजेक्ट्स या सामान्य जानकारी के लिए Google का इस्तेमाल करते हैं, तो कई बार गलती से आपत्तिजनक कंटेंट भी दिख जाता है। यह अपडेट उन्हें ऐसे दृश्य देखने से स्वतः ही बचा लेगा। - माता-पिता और परिवार:
माता-पिता को अब यह चिंता नहीं करनी होगी कि उनके बच्चे इंटरनेट पर क्या देख रहे हैं। यह फीचर बच्चों की ऑनलाइन सेफ्टी को एक नई सुरक्षा परत प्रदान करता है। - शिक्षा संस्थान और साइबर कैफे:
जहां बच्चों और किशोरों की संख्या ज्यादा होती है, वहां यह अपडेट बेहद प्रभावशाली साबित होगा। इससे संस्थानों को डिजिटल सुरक्षा देने में सहूलियत मिलेगी।
क्यों ज़रूरी है Google Safety Update?
आज सोशल मीडिया और ओपन इंटरनेट पर किसी भी प्रकार का कंटेंट आसानी से उपलब्ध हो जाता है। यह स्थिति बच्चों और किशोरों के मानसिक विकास पर नकारात्मक असर डाल सकती है। Google का यह Google Safety Update न केवल एक तकनीकी समाधान है, बल्कि यह एक सामाजिक जिम्मेदारी भी दर्शाता है, Google के इस प्रयास से यह स्पष्ट होता है कि टेक्नोलॉजी केवल तरक्की का साधन नहीं, बल्कि सुरक्षा और सामाजिक सरोकार का माध्यम भी बन सकती है।
Google Safety Update 2025 एक ऐसा कदम है, जो इंटरनेट की दुनिया को बच्चों और समाज के लिए और अधिक सुरक्षित और जिम्मेदार बनाने की दिशा में उठाया गया है। Google का यह निर्णय न केवल सराहनीय है, बल्कि यह दूसरे टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म्स को भी एक सकारात्मक संदेश देता है कि डिजिटल दुनिया में नैतिकता और सुरक्षा को प्राथमिकता देना आवश्यक है।
यह भी पढ़ें: Starlink in India: डिजिटल क्रांति की शुरुआत या गेम चेंजर, जानें कैसे काम करेगा सेटेलाईट?