Starlink in India
Starlink in India

Starlink in India: भारत में इंटरनेट की दुनिया में जल्द ही एक बड़ा बदलाव आने वाला है और इसका नाम है Starlink. एलन मस्क की यह सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस कंपनी भारत में अपनी सेवाएं शुरू करने जा रही है और इसके लिए Starlink ने देश की दो बड़ी टेलीकॉम कंपनियों – जियो और एयरटेल – से हाथ मिला लिया है। इससे भारत के डिजिटल भविष्य की एक नई कहानी लिखी जा सकती है।

Starlink in India: क्या है और क्यों है यह खास?

Starlink एलन मस्क की कंपनी SpaceX की एक ब्रांच है जो लो-अर्थ ऑर्बिट (LEO) में मौजूद सैटेलाइट्स के जरिए हाई-स्पीड इंटरनेट सर्विस देती है। इसके पास पहले से ही 6,500 से ज्यादा सैटेलाइट हैं जो पृथ्वी की निचली कक्षा में चक्कर लगा रहे हैं। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह उन इलाकों में भी इंटरनेट सेवा दे सकता है जहां पर अभी तक कोई नेटवर्क नहीं है – यानी भारत के दूर-दराज़ और पहाड़ी इलाकों में भी अब इंटरनेट की रोशनी पहुंचेगी।

Starlink in India: भारत में आने से क्या होंगे फायदे?

  1. डिजिटल डिवाइड को खत्म करेगा
    भारत की लगभग 5% आबादी ऐसे 20% इलाके में रहती है जिन्हें डार्क स्पॉट्स कहा जाता है – जहां मोबाइल नेटवर्क या इंटरनेट का नामोनिशान नहीं है। Starlink ऐसे इलाकों में भी कनेक्टिविटी लाकर लोगों को डिजिटल इंडिया का हिस्सा बनाएगा।

  2. आपदा के समय भी रहेगा इंटरनेट
    प्राकृतिक आपदाओं के समय जब बाकी टेलीकॉम सेवाएं बंद हो जाती हैं, तब Starlink जैसी सैटेलाइट बेस्ड सर्विस काम करती है। इससे इमरजेंसी सेवाएं भी अबाध रूप से जारी रह सकती हैं।

  3. तेज़ और भरोसेमंद इंटरनेट
    चूंकि यह सैटेलाइट सीधे यूज़र से कनेक्ट होता है, इसलिए नेटवर्क में लेटेंसी कम होगी और स्पीड ज़्यादा। जिन्हें बहुत तेज़ और भरोसेमंद इंटरनेट चाहिए, उनके लिए Starlink एक बेहतरीन विकल्प होगा।

Starlink vs Jio और Airtel: क्या होगा टेलीकॉम वॉर?

Starlink के पास एक यूनिक एडवांटेज है – यह न केवल सैटेलाइट सर्विस प्रोवाइड करता है बल्कि खुद सैटेलाइट बनाता भी है और लॉन्च भी करता है। यह क्षमता अभी तक न जियो के पास है और न ही एयरटेल के पास। इसलिए आने वाले समय में यह दोनों टेलीकॉम दिग्गजों के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है। इससे प्राइस वॉर भी शुरू हो सकता है और यूज़र्स को बेहतर सेवाएं मिल सकती हैं।

क्या होगी इसकी कीमत और कौन कर सकेगा इस्तेमाल?

शुरुआत में Starlink की सर्विस बाकी मोबाइल इंटरनेट के मुकाबले चार गुना महंगी हो सकती है। ऐसे में शुरू में इसका इस्तेमाल हाई-एंड यूज़र्स करेंगे – जैसे बिजनेसमैन, सरकारी संस्थाएं, या रिमोट एरिया में रहने वाले लोग जिनके पास कोई और ऑप्शन नहीं है। लेकिन ठीक वैसे ही जैसे 1995 में मोबाइल सिर्फ अमीरों के पास था और आज सब्जीवाले के पास भी है, Starlink की सेवाएं भी धीरे-धीरे आम लोगों तक पहुंच जाएंगी।

भारत को Starlink से क्या उम्मीदें हैं?

  • ग्रामीण इलाकों में शिक्षा और हेल्थ के लिए वरदान
  • डिजिटल इंडिया मिशन को ताक़त
  • इंटरनेट-आधारित स्टार्टअप्स को नई ऊर्जा
  • ग्लोबल स्टैंडर्ड की कनेक्टिविटी

क्या Starlink है भारत की डिजिटल क्रांति का अगला चेहरा?

बिलकुल! Starlink का भारत में आना सिर्फ एक इंटरनेट सर्विस की शुरुआत नहीं है, यह भारत की डिजिटल यात्रा का नया अध्याय है। चाहे बात ग्रामीण भारत को जोड़ने की हो या आपदा के समय लोगों को कनेक्टेड रखने की – Starlink एक गेम चेंजर साबित हो सकता है। अब देखना यह है कि सरकार इसके रोलआउट को कितनी तेजी से सपोर्ट करती है और बाकी टेलीकॉम कंपनियां इस मुकाबले में कितना टिक पाती हैं।

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